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गोरखपुर के छात्रों का नया कीर्तिमान, बनाया "प्लेन रडार अलार्म सिस्टम"

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गोरखपुर, उत्तर प्रदेश 

12 जून 2025 की वह दोपहर भारत कभी नहीं भूल सकता। अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 अचानक तकनीकी खराबी का शिकार हो गई। उड़ान के मात्र 30 सेकंड बाद विमान ने नियंत्रण खो दिया और जमीन से टकराकर आग का गोला बन गया। इस हादसे में 250 से भी अधिक

यात्रियों की मौत हुई, कई घायल हुए और शहर के एक हिस्से में कोहराम मच गया। लोगों के पास भागने तक का समय नहीं था, कोई चेतावनी नहीं, कोई अलार्म नहीं। वो तबाही अचानक आई और सैकड़ों जिंदगियाँ बुझा गईं। इस दर्दनाक दुर्घटना से आहत होकर गोरखपुर के ITM GIDA कॉलेज के पाँच बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र शशांक पांडेय, आलोक गुप्ता, शिवेश पांडेय, इलमा अहमद और दिशा चौधरी ने ऐसी क्रान्ति करने का संकल्प लिया, जिससे आगे चलकर ऐसे हादसों में लोगों की जान बचाई जा सके। इन युवाओं ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जो विमान दुर्घटना की स्थिति में पायलट और जमीन पर मौजूद लोगों को पहले ही अलर्ट कर देगी। इस सिस्टम का नाम है ‘प्लेन रडार अलार्म सिस्टम’। यदि कोई विमान संतुलन खो देता है या ‘क्रैश मोड’ में पहुँचता है, तो पायलट द्वारा दबाए गए इमरजेंसी बटन के बाद यह प्रणाली तुरंत सक्रिय हो जायेगी। यह सिस्टम सैटेलाइट डेटा, AI, GPS, रडार एंटीना और हाई-फ्रीक्वेंसी रेडियो सिग्नल्स की मदद से

संभावित क्रैश एरिया की पहचान करता है। फिर उस क्षेत्र के लोगों को मोबाइल नोटिफिकेशन, लाउड स्पीकर अलार्म और रेडियो फ्रीक्वेंसी जैसे माध्यमों से समय रहते सतर्क कर देता है। इससे पहले कि तबाही जमीन पर पहुंचे लोगों के पास भागने, छिपने या सुरक्षित स्थान पर पहुँचने का समय मिल सकेगा। यह प्रणाली इन छात्रों ने केवल चार दिनों में और 80,000 रुपये के सीमित बजट में तैयार की है। यह ‘Make in India’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ की असल तस्वीर है, जहाँ टॉप लैब्स नहीं अपितु समर्पण और संवेदना से लैस छात्रों का दिमाग देश की सुरक्षा के लिए काम कर रही है। अहमदाबाद की त्रासदी ने दिखा दिया कि केवल विमान में बैठे लोग ही नहीं, जमीन पर मौजूद सैकड़ों लोगों की भी जान खतरे में होती है। अगर वहाँ यह अलार्म सिस्टम होता, तो शायद कई लोग सतर्क होकर समय रहते जान बचा सकते थे। यह प्रणाली सिर्फ भविष्य की तकनीक नहीं, यह एक सामूहिक सुरक्षा कवच है, जहाँ चेतावनी का एक सेकंड भी, किसी का पूरा जीवन बचा सकता है।